राजस्थान बॉर्डर पर तनावपूर्ण हालात के बीच पाकिस्तान की ओर से संभावित अटैक की खबरों ने राज्य में हड़कंप मचा दिया है। हालात को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। राजस्थान रोडवेज के सभी कर्मचारियों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई हैं। जो कर्मचारी पहले से अवकाश पर हैं, उन्हें भी ड्यूटी पर लौटने के सख्त निर्देश जारी कर दिए गए हैं। परिवहन मंत्री की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया, जिसमें सेना और अर्धसैनिक बलों को लॉजिस्टिक सपोर्ट देने की तैयारियों पर चर्चा हुई।
रोडवेज की छुट्टियां रद्द, कर्मचारियों को तुरंत ड्यूटी पर लौटने के निर्देश

राज्य सरकार ने युद्धस्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। रोडवेज विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि अगली सूचना तक किसी भी कर्मचारी को छुट्टी नहीं दी जाएगी। बैठक में परिवहन मंत्री के साथ वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया और यह तय किया कि सभी बस ड्राइवर, कंडक्टर और स्टाफ अपनी पोस्ट पर लौटें। यह आदेश न सिर्फ सुरक्षा कारणों से बल्कि लॉजिस्टिक सपोर्ट के लिए भी बेहद जरूरी माना जा रहा है। सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि अगर किसी भी स्थिति में सेना को संसाधनों की जरूरत पड़े तो रोडवेज तुरंत मदद कर सके।
सेना को सपोर्ट देने के लिए रोडवेज तैयार, कंट्रोल रूम भी होगा स्थापित
बैठक में यह भी तय किया गया कि सेना और अर्धसैनिक बलों को जरूरत के अनुसार बसें, ड्राइवर और अन्य संसाधन तुरंत उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके लिए परिवहन विभाग विशेष कंट्रोल रूम स्थापित करेगा, जो 24×7 निगरानी और संचालन करेगा। हर स्तर पर तालमेल बैठाकर रोडवेज को इस चुनौतीपूर्ण परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। आवश्यकता पड़ने पर आपातकालीन परिवहन सेवाएं भी शुरू की जाएंगी।
बॉर्डर तनाव के बीच राज्य सरकार हाई अलर्ट पर
राजस्थान और पाकिस्तान की सीमाएं सटी होने के कारण किसी भी प्रकार की सैन्य गतिविधि का सीधा असर राज्य पर पड़ता है। ऐसे में सरकार ने सभी विभागों को सतर्क रहने को कहा है, खासकर परिवहन और स्वास्थ्य विभाग को। सुरक्षा एजेंसियों ने भी अपनी तैयारी तेज कर दी है और हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है। फिलहाल हालात नियंत्रण में हैं, लेकिन प्रशासन पूरी तरह सतर्क है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।