राजस्थान के सीमावर्ती जिले बाड़मेर में जिला प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से बड़ी सख्ती करते हुए 12 घंटे के ब्लैकआउट का ऐलान किया है। शुक्रवार से लागू हो रही इस नई गाइडलाइन के चलते अब जिले में कई जरूरी गतिविधियों पर भी अस्थायी रोक लगाई गई है। इस फैसले का सीधा असर स्थानीय लोगों की दिनचर्या और व्यापार पर पड़ने वाला है।
शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक संपूर्ण ब्लैकआउट लागू
बाड़मेर जिला कलेक्टर द्वारा जारी आदेशों के अनुसार अब हर दिन शाम 6 बजे से लेकर अगली सुबह 6 बजे तक पूरे जिले में संपूर्ण ब्लैकआउट रहेगा। इस दौरान पूरे जिले की बिजली आपूर्ति बंद कर दी जाएगी और लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल सकेंगे। इसका मुख्य उद्देश्य सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बनाए रखना और किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधियों को रोकना है। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस दौरान कोई वाहन सड़क पर नहीं दिखाई देना चाहिए, अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बाजार शाम 5 बजे तक रहेंगे पूरी तरह बंद
जिला प्रशासन ने व्यापारिक गतिविधियों को भी सीमित करने के निर्देश दिए हैं। अब जिले के सभी बाजार शाम 5 बजे तक पूरी तरह बंद कर दिए जाएंगे। इसका अर्थ यह है कि दुकानदारों और ग्राहकों को अपनी सभी खरीदारी शाम 5 बजे से पहले पूरी करनी होगी। इस फैसले से जहां एक ओर सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा, वहीं दूसरी ओर छोटे व्यापारियों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
ड्रोन, आतिशबाजी और डिफेंस एरिया में नो एंट्री
गाइडलाइन के मुताबिक, बाड़मेर जिले में किसी भी तरह का ड्रोन उड़ाना, आतिशबाजी करना और पटाखे जलाना सख्त मना होगा। इसके अलावा डिफेंस एरिया के 5 किलोमीटर के दायरे में पूरी तरह नो एंट्री लागू कर दी गई है। इन सभी प्रतिबंधों का मकसद सैन्य क्षेत्र की सुरक्षा को पुख्ता करना है, क्योंकि बाड़मेर भारत-पाक सीमा से सटा हुआ संवेदनशील जिला है। प्रशासन ने लोगों से सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि यह कदम सामूहिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है और इसका सख्ती से पालन जरूरी है।